Pawan Singh Karpur Gauram Karunavtaram Lyrics
Song: Karpur Gauram Karunavtaram
Singer: Pawan Singh
Lyrics: Vinay Bihari
Music: Arun Tiwari
Label: T-Series Bhakti Sagar
Pawan Singh Karpur Gauram Karunavtaram Lyrics
कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम् !
कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम् !
सदावसन्तं हृदयारविन्दे भवं भवानी सहितं नमामि !!
कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम् !
निशुम्भ-शुम्भ मर्दिनीं, प्रचन्ड मुन्ड खन्डिनीं ।
वने रणे प्रकाशिनीं, भजामि विन्ध्यवासिनीम् ॥
भजामि विन्ध्यवासिनीम् ! भजामि विन्ध्यवासिनीम् !
त्रिशुल – मुन्डधारिणीं, धराविघाहारिणीम्।
गृहे – गृहे निवासिनीं, भजामि विन्ध्यवासिनीम्॥
भजामि विन्ध्यवासिनीम् ! भजामि विन्ध्यवासिनीम् !
दरिद्र्थ – दुःख हारिणीं, सदा विभूतिकारिणीम्।
वियोगशोक – हारिणीं, भजामि विन्ध्यवासिनीम्॥
भजामि विन्ध्यवासिनीम् ! भजामि विन्ध्यवासिनीम् !
लसत्सुलोत – लोचनीं, जने सदा वरप्रदाम्।
कपाल – शूल धारिणीं, भजामि विन्ध्यवासिनीम्॥
भजामि विन्ध्यवासिनीम् ! भजामि विन्ध्यवासिनीम् !
सृष्टि के रक्षा ला तू लाखो रूप धईलु
धर्मी के धरम तुहि मईया बचईलु
सृष्टि के रक्षा ला तू लाखो रूप धईलु
धर्मी के धरम तुहि मईया बचईलु
धर्मी के धरम तुहि मईया बचईलु
गुणगान तोहार करे भोलेशंकर
शीश झुकावे सृष्टि के स्वामी
सदावसन्तं हृदयारविन्दे भवं भवानी सहितं नमामि !
कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम् !
कराब्जदानदाधरां, शिवां शिवप्रदायिनीम्।
वरा – वराननां शुभां, भजामि विन्ध्यवासिनीम्॥
भजामि विन्ध्यवासिनीम् ! भजामि विन्ध्यवासिनीम् !
कपीन्द्र – जामिनीप्रदां, त्रिधास्वरूपधारिणीम्।
जले – स्थले निवासिनीं, भजामि विन्ध्यवासिनीम्॥
भजामि विन्ध्यवासिनीम् ! भजामि विन्ध्यवासिनीम् !
विशिष्ट – शिष्टकारिणीं, विशालरूप धारिणीम्।
महोदरे – विलासिनीं, भजामि विन्ध्यवासिनीम्॥
भजामि विन्ध्यवासिनीम् ! भजामि विन्ध्यवासिनीम् !
पुरन्दरादिसेवितां, सुरारिवंशखंडिताम्।
विशुद्ध – बुद्धिकारिणीं, भजामि विन्ध्यवासिनीम्॥
भजामि विन्ध्यवासिनीम् ! भजामि विन्ध्यवासिनीम् !
विनय बिहारी पवन गावेले भजनिया
महिमा से भरल माई तोहार बा चरनिया
विनय बिहारी पवन गावेले भजनिया
महिमा से भरल माई तोहार बा चरनिया
महिमा से भरल माई तोहार बा चरनिया
चरनिया के धुरिया तोहार लागेला चन्दन
उमर भर करे मन करी हम गुलामी
सदावसन्तं हृदयारविन्दे भवं भवानी सहितं नमामि !
कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम् !